Chanakya Neeti with Chanakya Sutra Sahit - Hindi (चाणक्य नीति - चाणक्य सूत्र सहित):
DESCRIPTION OF BOOK
Particulars (विवरण) | Details (Size, Writer, Lang. Pages (आकार, लेखक, भाषा,पृष्ठ की जानकारी) |
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पुस्तक का नाम (Name of Book) | चाणक्य नीति के हिंदी पीडीएफ ( Sampurna chanakya neeti pdf ) |
पुस्तक का लेखक (Name of Author) | CHANAKYA |
पुस्तक की भाषा (Language of Book) | हिंदी (Hindi) |
पुस्तक का आकार (Size of Book) | 4.37MB |
पुस्तक में कुल पृष्ठ (Total pages in Ebook) | 379 |
पुस्तक की श्रेणी (Category of Book) | सेल्फ हेल्प, व्यक्तित्व विकास |
ABOUT BOOOK
आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) की कुशाग्र बुद्धि और तार्किकता से सभी लोग प्रभावित थे. उनकी यही वजह है कि वह कौटिल्य (Kautilya) कहे जाने लगे. वह एक कुशल राजनीतिज्ञ, चतुर कूटनीतिज्ञ, प्रकांड अर्थशास्त्री के रूप में विख्यात हुए. उन्होंने नीति शास्त्र की रचना की और इसके माध्यम से अपने ज्ञान और अनुभव के आधार पर कई महत्वपूर्ण बातें बताई हैं. साथ ही उन्होंने दुष्ट लोगों के बारे में कहा है कि ऐसे लोग जो दूसरे लोगों की खामियों को अन्य लोगों के सामने उजागर करते हैं वे उस छोटी सी चींटी से भी नष्ट हो जाते हैं. जिस तरह एक सांप चींटियों के टीलों में जाकर मर जाता है. इसके अलावा उन्होंने कई अन्य अहम बातों की ओर भी ध्यान दिलाया है. आचार्य चाणक्य द्वारा वर्णित नीतियां आज भी प्रासंगिक हैं. चाणक्य की चाणक्य नीति व्यक्ति को अंधेर से उजाले की तरफ ले जाने के लिए प्रेरित करती है. चाणक्य की शिक्षाएं व्यक्ति को अच्छे और बुरे का अंतर करना सिखाती हैं. चाणक्य की गिनती भारत के श्रेष्ठ विद्वानों में की जाती है. आचार्य चाणक्य एक योग्य शिक्षक होने के साथ साथ एक कुशल अर्थशास्त्री भी थे. चाणक्य को कौटिल्य और विष्णुगुप्त के नाम से भी चाणक्य को जाना जाता है. चाणक्य विश्व प्रसिद्ध तक्षशिला विश्वविद्यालय के आचार्य थे. अपने जीवन काल में चाणक्य ने जो भी जाना समझा उसे चाणक्य नीति में दर्ज किया. आज भी चाणक्य नीति की प्रासंगिकता कम नहीं हुई है. चाणक्य नीति की महत्वपूर्ण बातों को आपको भी जानना चाहिए. |
"एक समझदार आदमी को सारस की तरह होश से काम लेना चाहिए और जगह, वक्त और अपनी योग्यता को समझते हुए अपने कार्य को सिद्ध करना चाहिए।" ~ आचार्य चाणक्य |
BOOK REVIEW
चाणक्य नीति आचार्य चाणक्य के द्वारा दी गई एक पुस्तक है जिसमे उन्होंने जीवन के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दी है इसमें से कुछ जानकारी अभी के वक्त में उपगत नहीं है लेकिन अगर हम देखे तो २००० वर्ष पूर्व यह काफी महत्वपूर्ण थी। इसका यह मतलब नहीं ये बिलकुल ही महत्वपूर्ण नहीं है आज भी इसमें लिखे सब्द उतने ही महत्वपूर्ण है जितने जब यह लिखे गई तब थे। ये किताब आपको एक इस तरह से सोचने पे मजबूर करती है की आप अपने बारे में सोचे और अपनी परिस्थिति को उभारे। |
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